tag:blogger.com,1999:blog-5773464208897631664.post5494151359090465238..comments2024-01-16T01:05:13.385-08:00Comments on मुक्ताकाश....: पाटलिपुत्र के सहित्याकाश में जब चमकी थी 'बिजली'...सजी थी 'आरती'...(2)आनन्द वर्धन ओझाhttp://www.blogger.com/profile/03260601576303367885noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5773464208897631664.post-82251894279566627752017-11-23T04:20:40.644-08:002017-11-23T04:20:40.644-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (2...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (24-11-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "लगता है सरदी आ गयी" (चर्चा अंक-2797) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5773464208897631664.post-74113882682265464792017-11-22T07:17:02.866-08:002017-11-22T07:17:02.866-08:00उस समय की कल्पना करके ही मन रोमांच से भर उठता है.....उस समय की कल्पना करके ही मन रोमांच से भर उठता है...आगे की पोस्ट का इंतजार रहेगा। सादर।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.com