शुक्रवार, 1 जनवरी 2010

नए वर्ष का अभिनन्दन हो...

नव-वर्षाभिनंदन !

बूँद-बूँद कर हर क्षण रीता,

काल दिवस रहा पीता ।

इसी तरह से मास-दिवस कर

सन दो हज़ार नौ बीता !!

आलोकित पथ हो जीवन का,

जन-मन में उल्लास भरे !

जीवन-उपवन में हो सुगंध,

शतदल हों सारे हरे-हरे !!

रहे चमकता उन्नत भारत,

भाल तिलक हो, चन्दन हो !

दो हज़ार दस के सूरज का,

वंदन हो, अभिनन्दन हो !!

{ब्लॉगर मित्रों को नव-वर्ष पर अमित-अमित शुभकामनाएं--आनंद वर्धन.}

19 टिप्‍पणियां:

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

दो हजार दस के सूरज का वंदन हो अभिनंदन हो...

उगते सूरज का सभी वंदन अभिनंदन करना चाहते हैं
डूबे सूरज को कौन पूछता है ?

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत सुंदर रचना .. आपके और आपके परिवार के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!

sanjay vyas ने कहा…

सर बहुत बहुत शुभकामनाएं.और नव वर्ष पर आपकी पंक्तियों से बेहतर मंगलकामनाएं क्या होंगी!
शुभ हो.
सादर

अर्कजेश ने कहा…

नव वर्ष कि प्रभात रश्मियाँ, बीते कल के तम को लीलें,
सदिच्छाओं के सुयोग , से सबका जीवन सुखमय हो,


सुंदर कविता । नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाऍं ।

Udan Tashtari ने कहा…

वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।

- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-

नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी

गौतम राजऋषि ने कहा…

आपको भी नव-वर्ष की समस्त शुभकामनायें! ईश्वर करे आपकी लेखनी की चकाचौंध पूरे वर्ष यूं ही हमें उज्वलैत करती रहे...!

वाणी गीत ने कहा…

इस सुन्दर कविता के लिए आपका भी अभिनन्दन ...
नव वर्ष की बहुत शुभकामनायें ....!!

Himanshu Pandey ने कहा…

सुन्दर रचना का आभार !
आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !

के सी ने कहा…

सुंदर शब्दों का उपहार

आपके लिए नव वर्ष असीमित खुशिया ले कर आये, ऐसी ही शुभ कामनाएं है. बीत वर्ष आपके मार्गदर्शन और प्रेरणा से बहुत कुछ लिखना सीखता रहा हूँ. आपको पढ़ कर शब्दों का महात्म जाना उनके विलक्षण उपयोग के उदाहरण देखे. आप दीर्घायु हों, मेरे जीवन पथ पर सदा मुझ से आगे आलोकित रहें. इसी उजास से मैं जीवन आरोहण करता रहूँ .
आपके आशीर्वचन बने रहेंगे, इसी कामना के साथ.
किशोर

इस्मत ज़ैदी ने कहा…

anand bhaiya ,naya sal ap sab ko bahut bahut mubarak ho ,aur ap ke wo sare khwab poore hon jo apne naye varsh ke liye dekhe hain ,jise apne kavita ke madhyam se kah bhi diya hai
hindi shabdon ke sundar prayog ka anand bhi mila ,mubarak ho.

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

नववर्ष मंगलमय हो...आशीर्वाद भी चाहिये मुझे.

अपूर्व ने कहा…

इतनी खूबसूरत पंक्तियों और आशाओं के साथ नये साल का इस्तकबाल करने के लिये शुक्रिया
और आपको भी सपरिवार हमारी तरफ़ से नये साल पर स्वास्थ्य, स्रजन और संमृद्धि के लिये ढेरों शुभकामनाएं..

Pushpendra Singh "Pushp" ने कहा…

बहुत खुबसूरत रचना
बहुत बहुत आभार ..................

Abhishek Ojha ने कहा…

नववर्ष की मंगलकामनायें !

ज्योति सिंह ने कहा…

aapke poore parivaar ko nav varsh ki dhero shubhkaamnaaye aur saath hi aapka aashish bhi sada hum par bana rahe ,pranaam .

बेनामी ने कहा…

bahut kub

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

रहे चमकता उन्नत भारत,
भाल तिलक हो, चन्दन हो !
दो हज़ार दस के सूरज का,
वंदन हो, अभिनन्दन हो !!

नव वर्ष की बहुत- बहुत शुभकामनाएं....!!

आनन्द वर्धन ओझा ने कहा…

नए वर्ष के वंदन-अभिनन्दन में आप सभी मेरे साथ हैं, यह जानना प्रीतिकर तो है ही, संतोषप्रद भी है. आभारी हूँ !
आनंद व्. ओझा.

आनन्द वर्धन ओझा ने कहा…

नए वर्ष के वंदन-अभिनन्दन में आप सभी मेरे साथ हैं, यह जानना प्रीतिकर तो है ही, संतोषप्रद भी है. आभारी हूँ !
आनंद व्. ओझा.